मानसिक तनाव, क्रोध, अनिद्रा से हैं परेशान तो आज ही आजमाएं 'शवासन'

मानसिक तनाव, क्रोध, अनिद्रा से हैं परेशान तो आज ही आजमाएं 'शवासन'

सेहतराग टीम

शवासन विधि: शवासन या फिर शिवासन कल्याणकारी आसन है इस आसन में हमारें शरीर की आकृति शव-नुमा या फिर मरे हुए व्यक्ति जैसी होती है। इसलिए इसे शवासन योग कहा जाता है। योग गुरु सुनील सिंह ने भी अपनी किताब में इस आसन को शरीर के लिए बहुत लाभकारी बताया है। आइए जानते हैं इसके फायदे....

इसे करने के फायदे-

योग गुरु सुनील सिंह लिखते हैं कि इसके अभ्यास से कमजोर शरीर में नए ऊर्जा का संचार होता है। शवासन में स्नायुओं को कठोरता , मन की अस्थिरता व अशांति दूर होती है। शरीर व मन के दोष दूर होतें हैं। दिल की बीमारियों,  ब्लड प्रेशर में रामबाण का काम करता है। दिल, दिमाग, मन और श्वसन तंत्र को आराम मिलता है। यह आसान नहीं बल्कि योग साधना है। इससे अनिद्रा जैसी कई बीमारियों से राहत मिलती है।

इसे ऐसे करें-

इस आसन में पीठ के बल लेट जाएं। समस्त अंगों तथा मांस-पेशियों को एकदम ढीला छोड़ दें। शरीर के एक-एक अंग को तनाव रहित करें। कहीं पर भी अकड़न और तनाव नहीं रहना चाहिए मस्तिष्क को विचार शून्य करते हुए धीरे-धीरे गहरी सांस लीजिए और छोड़िए। सांसे जितनी गहरी और शांत होगी तथा शरीर जितना ढीला होगा, उतना ही शीघ्र तथा अधिक लाभान्वित होगें। श्वास के लेने और छोड़ने के साथ ही मन में यह भाव लाएं कि आपका पूरा शरीर तनाव रहित हो रहा है।इस आसन का अभ्यास रोज कम से कम 10 मिनट तक जरूर करें।

 

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